नमस्कार दोस्तों! आपका स्वागत है “Hindi Study Hub” पर आज के इस ब्लॉग पोस्ट में हम बात करने वाले हैं Linux के बारे में। दोस्तों आपने कभी न कभी लिनक्स नाम तो जरूर सुना होगा, खासकर उस समय जब बात कंप्यूटर, मोबाइल, या सर्वर सिस्टम्स की हो रही होती है। लेकिन क्या आप लोग यह जानते है की ये जो Linux है वह सिर्फ एक ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) नहीं है, बल्कि आज की दुनिया मौजूद सभी सिस्टम में से एक सबसे ज्यादा secure, सबसे ज्यादा मजबूत और भरोसेमंद सिस्टम्स में से एक है?
फिर चाहे इस वक्त आपके हाथ में किसी तरह का स्मार्टफोन हो, या ऑफिस में कंप्यूटर, या फिर इंटरनेट पर चलने वाला कोई भी बड़े से बड़ा सर्वर ज्यादा तर हर जगह कहीं न कहीं Linux अपना रोल निभा रहा है। इसकी सबसे बड़ी खास बात यह है कि यह पूरी तरह से open source है, यानी इसको कोई भी फ्री में आसानी से इस्तेमाल कर सकता है और अपनी जरूरत के हिसाब से जितना चाहे उतना बदल भी सकता है।
तो इस पोस्ट की सहायता से हम अपनी आसान भाषा में जानेंगे कि Linux क्या है, इसकी शुरुआत कैसे हुई, यह कैसे काम करता है, और ऐसी क्या वजह है कि आज के समय में इसका हर छोटी – बड़ी टेक्नोलॉजी में उपयोग किया जा रहा है। तो चलिए शुरू करते हैं और जानते है Linux के वारे में!
टॉपिक
What is Linux in Hindi? – (लिनक्स क्या है?)
दोस्तों, ये जो Linux है वह एक ऐसा open source ऑपरेटिंग सिस्टम है जो हमारे कंप्यूटर और यूज़र दोनों की बीच में एक पुल (bridge) की तरह काम करता है। यानी जब भी हम अपने कंप्यूटर डिवाइस से किसी तरह का काम करने की बोलते है तो वो पहले को कोई काम बोलते हैं, तो लिनक्स उसे हार्डवेयर तक पहुँचाने का काम करता है।
Linux की शुरुआत Linus Torvalds नाम के एक इंजीनियर ने सन् 1991 में की थी। इस ऑपरेटिंग सिस्टम का सबसे बड़ा और अच्छा फीचर यह है की पूरी तरह से open source सिस्टम है, यानी इसको कोई भी फ्री में अपने हिसाब से इस्तेमाल कर सकता है और अपनी जरूरत के हिसाब से इसमें बदलाव भी कर सकता है।
Where is Linux used in Hindi? – (Linux का इस्तेमाल कहाँ – कहाँ होता है?)
शुरुआत दौर में लिनक्स को सिर्फ Personal Computers में उपयोग करने के लिए बनाया गया था, लेकिन फिर धीरे – धीरे इसका इस्तेमाल बड़े – बड़े Servers, Mainframe Computers और Supercomputers आदि में भी किया जाने लगा। आज के समय में तो लिनक्स का उपयोग इतना बाद गया है कि Routers, Cars, Televisions, Smartwatches और Video Game Consoles आदि जैसे कामो में भी इसका उपयोग बहुत तेजी से किया जा रहा है।
आपको यह जानकर काफी ज्यादा हैरानी होगी कि हमारे Android मोबाइल फोन में भी Linux Kernel का ही उपयोग होता है।
आज के समय में लिनक्स सबसे तेजी से बढ़ने वाला और सबसे ज्यादा उपयोग होने वाला ऑपरेटिंग सिस्टम बन गया है, जिसका छोटी – छोटी Smartwatch से लेकर बड़े – बड़े Supercomputers में उपयोग किया जा रहा है।
Features of Linux in Hindi – (लिनक्स की विशेषताएँ)
अब नीचे हम इसके कुछ महत्वपूर्ण फीचर्स के वारे में चर्चा करने वाले है इन्हे ध्यान से पड़ना:
Memory Management (मैमोरी मैनेजमेंट)
Linux की सबसे अच्छी बात यह है की ये अपने सिस्टम की memory का पूरी तरह से ध्यान रखता है। यानी कौन – सा प्रोग्राम कितनी memory इस्तेमाल कर रहा है और कब से कर रहा है, यह सब कुछ Linux को पता होता है। जब भी कोई नया प्रोग्राम memory की रिक्वेस्ट करता है, तो Linux उसे सही जगह से allocate कर देता है।
Processor Management (प्रोसेसर मैनेजमेंट)
Linux हमेशा इस बात का भी ध्यान रखता है कि कौन सा प्रोग्राम CPU (processor) का कितना और कितने समय तक उपयोग करेगा। जब भी कोई टास्क पूरा होता है तो Linux उस पर काम कर रहे processor को फ्री कर देता है और फिर उसे किसी दूसरे काम को करने के लिए लगा देता है। यही कारण है कि Linux में एक साथ एक ही समय पर कई सारे काम यानि multitasking आसानी से हो जाती हैं।
Device Management (डिवाइस मैनेजमेंट)
Linux जो है वह हमेसा सिस्टम से कनेक्टेड जीतनी भी hardware device होती है वन सभी की जानकारी अपने पास रखता है। चाहे वो printer हो, keyboard हो या फिर USB drive ही क्यों न हो, Linux तय करता है कि किस प्रोग्राम को कौन सी डिवाइस कब दी जाए और कितनी देर के लिए दी जाए। इसका फायदा यह होता है कि सिस्टम की हर एक डिवाइस efficiently काम करती रहती है।
Security (सिक्योरिटी)
Linux के इतने पॉपुलर होने की एक सबसे बड़ी वजह इसकी strong security भी है इसकी वजह से यह काफी ज्यादा जाना जाता है। इसमें हर user के लिए अलग-अलग permissions होती हैं। यानी कोई भी यूज़र बिना अनुमति के किसी फाइल या सिस्टम सेटिंग को बदल नहीं सकता। इसी वजह से Linux वायरस और hacking के खतरे से काफी हद तक सुरक्षित रहता है।
Portability (पोर्टेबिलिटी)
Linux को हम अलग-अलग devices पर चला सकते हैं। चाहे वो कंप्यूटर हो, लैपटॉप हो या मोबाइल डिवाइस। इसकी यही portability इसे खास बनाती है इसकी खासियत यही है कि आप इसको किसी भी hardware पर आसानी से चला सकते हैं।
Windows और Linux में क्या फर्क है?
Linux | Windows |
लिनक्स एक Open source है, जिसका यह मतलब होता है की इसको कोई भी फ्री में इस्तेमाल और modify कर सकता है। | यह एक प्रकार का Closed-source है, यानी इसके code को सिर्फ Microsoft की कंपनी ही बदल सकती है। |
इसमें user अपनी जरूरत के हिसाब से किसी भी तरह का बदलाव कर सकता है। | User अगर इसमें अपनी मर्जी से किसी तरह का बदलाब करना चाहे तो वह ऐसा नहीं कर सकता। |
इसका उपयोग आज के समय में Servers, Supercomputers, Routers, Smart TVs और Android Phones आदि जैसी कई जगहों पर काफी ज्यादा मात्रा में किया जा रहा है। | आज के समय में इसका उपयोग Personal Computers और Laptops में ज्यादा किया जा रहा है। |
अगर बात करे हम इसके kernel तो इसमें, हमेशा monolithic नाम के एक kernel का प्रयोग किया जाता है. | और इसमें micro kernel का प्रयोग किया जाता है. |
यह पूरी तरह से फ्री है। | लेकिन अगर आपको इसका उपयोग करना है तो उसके लिए पैसे देने होते है। |
लिनक्स में काफी ज्यादा freedom देखने को मिलता है। यानि इसमें आप system को अपनी मर्जी से customize कर सकते हैं जैसा आप करना चाहते है। | इसमें सब कुछ पहले से ही दिया हुआ रहता है यानि यह एक Ready-made system है, जिसमें सब कुछ पहले से ही कंपनी द्वारा fix होता है। इसमें खुद से कुछ बदलाव करने की आज़ादी नहीं मिलती। |
इसमें antivirus का प्रयोग नहीं किया जाता क्योंकि इसमें virus नही आते. | इसमें एंटीवायरस का प्रयोग किया जाता है. |
निष्कर्ष (Conclusion)
तो दोस्तों, अब आप यह तो जान ही गए होंगे कि Linux सिर्फ एक ऑपरेटिंग सिस्टम नहीं, बल्कि आज की टेक्नोलॉजी की रीढ़ (backbone) है। मोबाइल, कंप्यूटर से लेकर बड़े – बड़े सर्वर तक हर जगह Linux काम में आता है। ये पूरी तरह फ्री है, सुरक्षित है और आप इसे अपनी जरूरत के हिसाब से बदल भी सकते हैं।
अगर आप कंप्यूटर या टेक्नोलॉजी फील्ड में हैं, तो Linux सीखना आपके लिए काफी ज्यादा फायदेमंद रहेगा। उम्मीद है आज के बाद जब भी Linux का नाम आएगा, आपको इसके बारे में अच्छी समझ होगी। अगर पोस्ट पसंद आई हो तो दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें। Thank You!