आजकल डिजिटल दुनिया ने हमारे जीवन को पूरी तरह से बदल दिया है। यानि जब से हमारे जीवन में ज्यादा से ज्यादा काम ऑनलाइन हुए है। तब से सरकारी कामकाज से लेकर रोज़मर्रा (Daily) की ज़िंदगी तक, टेक्नोलॉजी ने सब कुछ आसान और तेज़ कर दिया है। लेकिन जब भी बात ई-गवर्नेंस (E-governance) की आती है, तो एक शब्द बार-बार सामने आता है – ICT।
तो दोस्तों आज के इस ब्लॉग पोस्ट में हम बात करने वाले है कि ICT क्या होता है? और ई-गवर्नेंस में इसकी भूमिका क्या है? तो चलिए शुरू करते है, और जानते है ICT को अपनी आसान भाषा में!
टॉपिक
- ICT क्या है? (What is ICT in Hindi?)
- ई-गवर्नेंस में ICT की भूमिका (The role of ICT in e-governance in Hindi)
- ICT के फायदे (Advantages of ICT in Hindi)
- ICT के नुकसान (Disadvantages of ICT in Hindi)
- ICT में चुनौतियाँ क्या हैं? (What are the challenges in ICT in Hindi?)
- ई-गवर्नेंस में ICT का भविष्य (The future of ICT in e-governance in Hindi)
- निष्कर्ष
ICT क्या है? (What is ICT in Hindi?)
ICT का फुल फॉर्म “Information and Communication Technology“ होता है यानी सूचना और संचार प्रौद्योगिकी। ICT एक ऐसी Technology है जो जानकारी को इकट्ठा करने, स्टोर करने, प्रोसेस करने और यही नहीं ये किसी इनफार्मेशन को एक जगह से किसी दूसरी जगह भेजने में भी काफी मदद करती है।
सोचिए, आप WhatsApp की मदद से अपने दोस्त को मैसेज भेज रहे हैं, या फिर ऑनलाइन किसी तरह का ऑनलाइन फॉर्म भर रहे हैं, तो दोस्तों हम आपको बता दे की इस तरह के सभी काम ICT की सहायता से ही पूरे किये जाते है। इसमें Computer, Internet, Mobile, Software, और Database आदि जैसी चीज़ें शामिल हैं।
ई-गवर्नेंस में ICT की भूमिका (The role of ICT in e-governance in Hindi)
ई-गवर्नेंस का मतलब है सरकारी सेवाओं को Digital तरीके से लोगों तक पहुंचाना। जैसे, आधार कार्ड बनवाना, Tax फाइल करना, या Passport के लिए अप्लाई करना आदि जैसे सभी काम अब ऑनलाइन हो गए है। लेकिन ये सब सम्भब हो पाया है तो सिर्फ ICT की वजह से हो पाया है। ICT ई-गवर्नेंस का एक ऐसा महत्वपूर्ण हिस्सा है जिसकी सहायता से यह इतनी आसानी से चलती है।
आपको यद है, आज से कुछ साल पहले जब हमें अपनी बिजली का बिल जमा करना होता था, तो हमें लंबी-लंबी लाइनो में लगना पड़ता था। गर्मी में पसीना बहाते हुए, घंटों इंतज़ार! लेकिन जब से सब कुछ ऑनलाइन हुआ है तब से बस हमें अपना मोबाइल ऐप खोलन होता है, बिल चेक करना होता है, और ऑनलाइन पेमेंट की सहायता से दो मिनट में हमारा बिल जमा हो जाता है। ये सब कुछ ICT का ही जादू है।
1. Transparency and accountability
ICT का उपयोग करके सरकार जो है वह अपने सभी कामो को ज़्यादा से ज्यादा पारदर्शी (Transparent) बना सकती हैं। जैसे, अगर आपने कोई RTI फाइल की, तो उसका Status आप खुद अपने मोबाइल फ़ोन या फिर कंप्यूटर से ऑनलाइन चेक कर सकते हैं।
पहले जब भी हम स्टेटस चेक करना चाहते तो हमें उसके लिए महीनों इंतज़ार करना पड़ता था, और कई बार तो हमें कोई जवाब ही नहीं मिलता था। लेकिन ICT ने इसे पहले से काफी ज्यादा आसान और तेज़ बना दीया है।
2. Access to services
गांव में रहने वाले लोग, जो पहले सरकारी दफ्तरों तक पहुंचने के लिए दिनभर की मेहनत करते थे, अब अपने Mobile से ही कई काम कर सकते हैं। यही नहीं, जिन लोगो किसी तरह की टेक्नोलॉजी या फिर devices का उपयोग करना नहीं जानते है, उनकी सहायता के लिए सरकार ने Digital India की सहायता से जगह – जगह पर Common Service Center (CSC) सुबिधा शुरू हैं, जहां लोग कम से काम पैसो में ऑनलाइन सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।
3. Saving time and money
जब से Information and Communication Technology आया है तब से ज्यादा तर सभी सरकारी पप्रक्रियाए काफी ज्यादा तेज़ हो गई है। पहले लाइसेंस बनवाने के लिए दलालों के चक्कर काटने पड़ते थे, लेकिन अब आप घर बैठे ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं। इससे न सिर्फ समय बचता है, बल्कि भ्रष्टाचार (Corruption) भी कम होता है।
4. Data Management
ICT एक ऐसी टेक्नोलॉजी है की मदद से सरकारें बड़े – बड़े से पैमाने (large scale) पर भी डेटा को आसानी से मैनेज करने की क्षमता रखते हैं। जैसे, आधार डेटाबेस में देश के करोड़ों लोगों की जानकारी स्टोर है। इसे मैनेज करना, अपडेट करना, और सुरक्षित रखना ICT के बिना नामुमकिन है।
ICT के फायदे (Advantages of ICT in Hindi)
ICT ने ई-गवर्नेंस को कई तरह से बेहतर बनाया है। चलिए, इसके कुछ मुख्य फायदों को एक – एक करके जानते हैं:
- Utility: अब हमे किसी भी सरकारी दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ते। घर बैठे, मोबाइल या कंप्यूटर से सारे काम हो जाते हैं।
- Speed: पहले किसी भी काम को होने में महीनों लगते थे, लेकिन अब कुछी मिनटों में पूरा काम हो जाता है। जैसे, ऑनलाइन टैक्स फाइलिंग से समय की कितनी बचत होती है!
- Transparency: आप अपने जमा किये हुए आवेदन (Application) की स्थिति, जैसे पासपोर्ट या लाइसेंस, को ऑनलाइन आसानी से ट्रैक कर सकते हैं। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसकी वजह से Bribery और corruption काफी हद तक कम होता है।
- Reduction in cost: सरकार और नागरिक दोनों के लिए खर्च कम होता है। कागज़ी कामकाज कम होने से पैसे और संसाधनों की बचत होती है।
- Access to rural areas: Digital India जैसे प्रोग्राम्स ने गांवों तक सरकारी सेवाएं पहुंचाई हैं। CSC सेंटर्स इसका सबसे बड़ा उदाहरण हैं।
ICT के नुकसान (Disadvantages of ICT in Hindi)
जैसा कि हम सब जानते है कि हर सिक्के के दो पहलू होते हैं। इस लिए ICT के फायदे होने के साथ – साथ इसके कुछ नुकसान भी हैं:
- Digital Divide: देखो आज की इस डिजिटल दुनिया में शहरों में तो इंटरनेट और स्मार्टफोन आम बात हैं, लेकिन अभी भी कई गांवों ऐसे है जिनमे Connectivity और डिवाइस की काफी ज्यादा कमी है। यानि इंडिया के डिजिटल इंडिया होने के बाद आज भी ऐसे कई गाओ है जंहा पर इंटरनेट बिल्कुन भी मौजूद नहीं है।
- Cyber security: ऑनलाइन डेटा चोरी होने या हैकिंग का डर बना रहता है। अगर आधार जैसा डेटा लीक हो जाए, तो काफी बड़ा नुकसान हो सकता है।
- Lack of digital literacy: आज भी कई सारे ऐसे लोग है जो आज भी मोबाइल या इंटरनेट का उपयोग करना नहीं जानते है, खासकर बुजुर्ग।
- Technical issues: सरकारी पोर्टल्स में कमी अभी है कि यह कभी-कभी हैंग हो जाते हैं या यूज़र-फ्रेंडली नहीं होते। इससे लोगों का काफी समय बर्बाद होता है।
ICT में चुनौतियाँ क्या हैं? (What are the challenges in ICT in Hindi?)
ICT ने बहुत कुछ आसान किया, लेकिन इसकी कुछ Obstacle भी हैं। जैसे, गांवों में अभी भी इंटरनेट की स्पीड और पहुंच एक समस्या है। कई लोग डिजिटल Literacy नहीं हैं, यानी आज भी कई सारे ऐसे लोग है जो Online System का बिलकुल भी उपयोग करना ही नहीं जानते है। इसके अलाबा इसमें सबसे बड़ी समस्या साइबर सिक्योरिटी (Cyber Security) की है। अगर डेटा लीक हो जाए, तो बड़ा नुकसान हो सकता है।
ई-गवर्नेंस में ICT का भविष्य (The future of ICT in e-governance in Hindi)
आने वाले समय में ICT और भी ज़्यादा महत्वपूर्ण होने वाली है। जैसे, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और ब्लॉकचेन जैसी टेक्नोलॉजीज़ ई-गवर्नेंस को और बेहतर बना सकती हैं। सोचिए, आप किसी किसी सरकारी वेबसाइट को चला रहे है अगर कोई AI चैटबॉट हर समय यानि 24/7 आपकी सरकारी समस्याओं हल बताने के लिए तैयार हो, तो कितना आसान हो जाएगा! या ब्लॉकचेन की मदद से वोटिंग सिस्टम को पूरी तरह सुरक्षित और पारदर्शी बनाया जा सके।
निष्कर्ष
ICT वो ई-गवर्नेंस वो हिस्सा है, जो ई-गवर्नेंस को इतना ज्यादा डिजिटल बना पाया है। ये सरकार और जनता के बीच की दूरी को कम करती है, काम को तेज़ और Transparent बनाती है। लेकिन इसके लिए ज़रूरी है कि हम Digital literacy बढ़ाएं, इंटरनेट की पहुंच को और बेहतर करें, और साइबर सिक्योरिटी पर ध्यान दें। अगर ये सब सही दिशा में हुआ, तो आने वाला समय और भी आसान और डिजिटल होगा।
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