नमस्कार दोस्तों, स्वागत है आप सभी का तो आज की इस ब्लॉग पोस्ट में हम बात करने वाले है Operating System के एक बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण टॉपिक Process Management के वारे में, तो अगर आप भी Process Management से सम्बंधित आसान भाषा जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो इस ब्लॉग को पूरा जरुर पड़े। तो चलिए शुरू करते है।
Process Management का काम ऑपरेटिंग सिस्टम के पास आए हुए प्रोसेस के Loop को ख़तम करना होता है। आसान भाषा में कहे हो जब भी हम किसी तरह के Application को ओपन करते है ऑपरेटिंग सिस्टम के पास एप्लीकेशन ओपन करने की एक प्रोसेस रिक्वेस्ट जाती है। फिर उसके बाद ऑपरेटिंग सिस्टम उस प्रोसेस को मैनेज करता है।
What is Process in Hindi? – (प्रोसेस क्या है?)
Process जो है वह किसी भी प्रोग्राम का execution होता है, जिसका काम सिर्फ उस प्रोग्राम में बताए गए सभी actions को पूरा करना होता है। अगर चाहे तो हम इसे एक execution unit के रूप में भी देख सकते है जंहा पर प्रोग्राम run होता है।
ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) जो होता है वह किसी भी प्रोसेस को क्रिएट, शेड्यूल और terminate करने का काम करता है जिसका बाद में CPU के द्वारा उपयोग किया जाता है। इसमें जिस प्रोसेस को मुख्य प्रोसेस बनाती है, उसको child process के नाम से जाना जाता है।
ऑपरेटिंग सिस्टम में किसी भी प्रोसेस के दो प्रकार होते है:
- System Process (सिस्टम प्रोसेस): वह प्रोसेस जो ऑपरेटिंग सिस्टम के द्वारा शुरू की जाती है उसे ही सिस्टम प्रोसेस कहा जाता है।
- User Process (यूजर प्रोसेस): वह प्रोसेस जिसको यूजर के जरिए शुरू किया जाता है उसे यूजर प्रोसेस कहते है।
What is Process Management in Hindi? – (प्रोसेस मैनेजमेंट क्या है?)
ये जो Process Management होता है वह ऑपरेटिंग सिस्टम का एक बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। जिसका काम यह सुनिश्चित करना होता है, की सिस्टम में जीतनी भी प्रोसेस चल रही है वह सही तरीके से काम तो कर रही है।
जब कभी भी एक साथ कई सारे प्रोसेस रन हो रहे होते है, तो उस समय ऑपरेटिंग सिस्टम का काम सिस्टम में चल रही सभी प्रोसेस को एक – एक करके हर एक प्रोसेस के जितने भी जरूरी रिसोर्स होते है उनको देना पड़ता है, ताकि वह बिना रुके अपना काम करते रहे।
इसके आलावा, ऑपरेटिंग सिस्टम जो होता है उसको सिस्टम में चल रही सभी प्रोसेस के बीच Balance बनाए रखना पड़ता है, ताकि इस प्रोसेस में डेडलॉक आदि जैसी कोई भी समस्या न आ पाए।
कभी – कभी ऐसा होता है की दो अलग – अलग प्रोसेस को एक जैसे ही रिसोर्स की जरूरत पड़ती है, तो उस समय ऑपरेटिंग सिस्टम यह सुनिश्चित करता है, इनमे से कोई भी प्रोसेस विणा रुके अपना काम करती रहे। इसकी बजह से सिस्टम की जो परफॉर्मेंस होती है वह और भी कई ज्यादा बेहतर और एफिशियंट बने रहती है।
Why is process management used in Hindi? – (प्रोसेस मैनेजमेंट का इस्तेमाल क्यों किया जाता है?)
जब भी कभी सिस्टम में एक साथ एक ही समय में कई सारे प्रोसेस और थ्रेड्स रन कर रहे होते हैं, तो उस समय सबसे ज़रूरी और महत्वपूर्ण काम Operating System का होता है जैसे इन्हें सही से manage और control करना आदि। इससे ना सिर्फ सिस्टम efficiently काम करता है, बल्कि इसकी वजह से यूजर को भी स्मूद एक्सपीरियंस मिलता है।
Key Points:
- प्रोसेस और थ्रेड्स को CPU पर सही टाइम पर रन कराना।
- यूज़र और सिस्टम के हर बार नए प्रोसेस बनाना और फिर जब उनका काम खत्म होने पर हटा देना।
- प्रोसेस को कभी भी जरूरत पड़ने पर रोक देना (Pause) और फिर दोबारा उसे चालू करना (Resume).
- चल रही सभी प्रोसेस के बीच सही तालमेल (Synchronization) बनाए रखना।
- सभी प्रोसेस को एक दूसरे के बीच डेटा शेयर करने की सुविधा प्रदान करना (Communication).
- CPU, मेमोरी आदि जैसे सभी रिसोर्सेस को चल रही सभी प्रोसेस के बीच स्मार्ट तरीके से उनकी जरूरत के हिसाब से बांटना।
Process States in Hindi – प्रोसेस के चरण
जब भी कभी ऑपरेटिंग सिस्टम में कोई प्रोसेस होती है तो वह पूरे 7 Steps से होकर गुजरना होता है, जो निम्नलिखित है:
1. New State (नया अवस्था)
जब भी कभी कोई नया प्रोग्राम रन होता है तो वह ऑपरेटिंग सिस्टम के पास एक प्रोसेस में पहुँचता है, और फिर इसके बाद ऑपरेटिंग सिस्टम उसे सेकेंडरी मेमोरी से ले जा कर प्राइमरी मेमोरी पर लोड करता है। इस स्टेट को हम New/Start State के नाम से जानते है।
2. Ready State (तैयार अवस्था)
अब जैसे ही प्रोसेस बन कर तैयार हो जाता है, तो उसके बाद यह पूरी तरह से CPU के साथ execution के लिए तैयार हो जाता है। इस बक्त यह प्रोसेस Ready State पर मौजूद होती है और CPU का इंतजार कर रही होती है।
3. Running State (चलती अवस्था)
Running state जो होती है उसमे ऑपरेटिंग सिस्टम प्रोसेस को CPU के लिए अलॉट करता है जिसके बाद प्रोसेस रन होने लगाती है।
4. Block & Wait State (रुकी/प्रतीक्षा अवस्था)
अगर कभी किसी प्रोसेस को execution के समय किसी तरह के I/O डिवाइस या unavailable resource जो उसमे मौजूद नहीं है आदि की आवश्यकता होती है, तो वह Running State से निकल कर सीधा Block और Wait State में चला जाता है।
5. Terminate State (समाप्त अवस्था)
जब उस प्रोसेस का काम पूरा हो जाता है यानि जब उसका execution पूरी तरह ख़त्म हो जाता है, तो उसके बाद यह प्रोसेस Terminate या Complete State में चला जाता है।
6. Suspend Ready State (स्थगित तैयार अवस्था)
कभी – कभी ऐसा होता है की प्रोसेस Ready State में मौजूद है, लेकिन उसमे मेमोरी के कम होने के कारण उसे प्राइमरी मेमोरी से निकालकर सेकेंडरी मेमोरी में भेज दिया जाता है, तो इस तरह की स्टेट को ही Suspend Ready State कहा जाता है।
7. Suspend Wait State (स्थगित प्रतीक्षा अवस्था)
ऐसी प्रोसेस जो अभी तो Wait State में मौजूद है, लेकिन इसे भी इसकी मेमोरी की वजह से प्राइमरी मेमोरी से निकालकर सेकेंडरी मेमोरी में भेजा सकता है, तो इस तरह की स्टेट को Suspend Wait State कहा जाता है।
Conclusion (निष्कर्ष):
तो दोस्तों, आज हमने इस ब्लॉग में Process Management क्या होता है, यह ऑपरेटिंग सिस्टम में क्यों जरूरी है, और प्रोसेस किस-किस स्टेट से होकर गुजरती है। प्रोसेस मैनेजमेंट सिस्टम को स्मूद और एफिशिएंट बनाने में अहम भूमिका निभाता है आदि टॉपिक पर चर्चा की है।
उम्मीद है आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। ऐसे ही आसान और काम की जानकारी के लिए ब्लॉग से जुड़े रहें।
धन्यवाद!